मात्र 220 चिक्स के साथ पोल्ट्री व्यवसाय स्थापित करने वाले कश्मीर निवासी श्री गुलाम मुहम्मद भट की फार्मिंग क्षमता आज 75 हज़ार चिक्स तक पहुँच चुकी है और भविष्य में यह क्षमता 3 लाख तक पहुँचाने के साथ चिकन ड्रेसिंग प्लांट, हैचरी, फ़ीड मील स्थापित करने की ओर अग्रसर है।
इन्होंने ने अपने साथी किसानों के साथ मिलकर कश्मीर पोल्ट्री फार्मर्स एसोसिएशन की स्थापना की है और मौजूदा समय में एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं। एसोसिएशन ने 28 वर्षों से कड़ी मेहनत जारी रखी हुई है जिसके परिणामस्वरूप राज्य सरकार ने पोल्ट्री फार्मिंग के महत्व व अलग पोल्ट्री पॉलिसी बनाई जिसके अंतर्गत मुख्य रूप से पोल्ट्री व्यवसाय को सम्मान एवं फार्मिंग बीमा शामिल है। इसके बावजूद सरकार व्यवसाय की रीढ पोल्ट्री फार्मिंग की समस्याओं को समझने में नाकाम हो रही है।
एसोसिएशन का मिशन “जम्मू कश्मीर पोल्ट्री उद्योग में व्याप्त समस्याओं के समाधान लिए कानूनी रूप से लड़ाई जारी रखना है क्योंकि वर्तमान में जम्मू-कश्मीर राज्य में 5 लाख से अधिक लोग सीधे या परोक्ष रूप से पोल्ट्री उद्योग के माध्यम से अपना जीवनयापन कर रहे है। इनका लक्ष्य है की अन्य सभी मित्रों के साथ काम करना और कुक्कुट के हर क्षेत्र में जम्मू-कश्मीर राज्य को आत्मनिर्भर बनाना ताकि अधिक से अधिक शिक्षित युवा किसी भी रूप में पोल्ट्री उद्योग में शामिल होकर अपनी आजीविका पा सकें एवं अधिक से अधिक समृद्ध हो सकें।“