हमारे बारे में :
भारतीय पोल्ट्री जगत के ब्रॉयलर फार्मर्स व फार्मर्स हितेषी एफ.एम.शेख, असलम जैदी (उ.प्र.), अनवेश पटेल उर्फ अन्नूभाई (गुजरात), संजय शर्मा (पंजाब), गुलाम मुहम्मद भट (जम्मू कश्मीर), संदीप कपूर उर्फ दीपू कपूर (म.प्र.), श्याम सिंह जाट, कमल अरोड़ा (राजस्थान), डॉ. मनोज कुमार शुक्ला (छत्तीसगढ़), हाजी जावेद अहमद, अजय कुमार तिवारी, मोहम्मद इसराइल (उ.प्र.) इत्यादि द्वारा गर्व के साथ पोल्ट्री फार्मर्स (ब्रॉयलर) वेलफेयर फेडरेशन सम्पूर्ण भारतवर्ष के स्थापना की नींव रखीं है।
पोल्ट्री फार्मर्स (ब्रॉयलर) वेलफेयर फेडरेशन का मुख्य मकसद हैं सम्पूर्ण भारतवर्ष में ब्रॉयलर फार्मेर्स की आवाज़ बनना।
मुर्गीपालन, भारत कृषि अर्थव्यवस्था का अभिन्न अंग है। पिछले कुछ दशकों से भारत सरकार व राज्य सरकारों द्वारा राष्ट्रीय एवं राजकीय स्तर पर मुर्गीपालन व पोल्ट्री फार्मर्स के हित में चलाई जा रही योजनाओं की मदद से यह कार्य क्षेत्र लगातार प्रगति के पथ पर अग्रसर है। भारतीय पोल्ट्री के पिता पद्मश्री स्वर्गीय डॉ. बी.वी. रॉव साहब द्वारा मुर्गीपालन में किसानों के शोषण को रोकने एवं व्यवसाय के सभी भागीदारों में सामंजस्य स्थापित करने के लिए ब्रॉयलर मूल्य का 1ध्3 भाग चिक्स मूल्य नीति निर्धारित की गई जिससे किसान व्यवसाय का केंद्र बिंदु रहकर व्यवसायिक ढांचे की रीढ़ बना।
चौथी पंच-वर्षीय योजना के तहत सरकार ने प्राइवेट सेक्टर का इस क्षेत्र में स्वागत किया लेकिन छोटे व मध्यम वर्गीय व्यवसाईयों के अधिकारों की रक्षा के लिए कानूनी नियमावली घोषित न किए जाने की वजह से आने वाले वक्त में इन्हें अपने अनुसार नियम बनाने व बाज़ार को चलाने का मौका मिला।
विगत 3 वर्षों में कॉर्पोरेट्स द्वारा लगातार अमल की जा रही निजी हितैशी नीतियों की वजह से किसानों के हालात जर्जर हो चुके हैं। इन ऊपजे हालातों में किसान मुर्गीपालन छोड़कर अन्य व्यवसाय में कूच करने या बेरोजगार होने को मजबूर हैं। शोषण की वजह से जर्जर हालात एवं आर्थिक समस्या से जूझने वाले पोल्ट्री फार्मर्स (बॉयलर्स) को सशक्त करने के उद्देश्य की नीव पर हरकत में आई पोल्ट्री फार्मर्स (बॉयलर्स) वेलफेयर फेडरेशन अपने कार्य के प्रति सचेत है। यह फेडरेशन ग्रामीण व शहरी पोल्ट्री फार्मर्स एवं भारत सरकार, राज्य सरकारों, प्रशासन के बीच के एक पुल का काम करने को तत्पर है।
इस वेबसाइट का मूल उद्देश्य पोल्ट्री फार्मर्स की समस्या का समाधान करने के लिए एक ऐसा मंच तैयार करना है जहां पोल्ट्री फार्मर्स को अपने व्यवसाय से जुड़ी हर छोटी-बड़ी जानकारी मिल सके और सरकारी योजनाओं का वह पूरा फ़ायदा उठा सकें। इसके ज़रिए इस क्षेत्र से जुड़े सभी लोगों में एकता बने व हम सभी साथ मिलकर मौजूदा समय में हो रहे शोषण के विरुद्ध आवाज़ उठा सके और अपने लिए सुनहरा भविष्य बना सकें। इसके साथ हम यह भी चाहेंगे कि नया उद्योग शुरू करने का विचार मन में लिए युवा वर्ग की रूचि इस क्षेत्र में बढ़े ताकि हम सब मिलकर कृषि प्रधान भारत के आर्थिक व औद्योगिक विकास में अपना सहयोग दे सकें।