फतेहपुर में जन्मे श्री अजय कुमार तिवारी ने एम.ए.अर्थशास्त्र के साथ अपनी शिक्षा पूरी की। वर्ष 1998 में एकदिन अखबार में पिग्गरी फार्मिंग पर आये लेख से इनके जीवन मे नाटकीय बदलाव हुआ। लेकिन थोड़े ही समय में पूरी पूँजी भारी नुकसान में खत्म हो गई और पिग्गरी फार्मिंग बन्द करना मजबूरी बन गई। उत्तर प्रदेश सरकार के अधीन पशुपालन विभाग से पोल्ट्री फार्मिंग व्यवसाय की ट्रेनिंग प्राप्त की। इन्होंने 200 पक्षियों के साथ पोल्ट्री फार्मिंग का आग़ाज़ किया। श्री तिवारी पोल्ट्री फार्मिंग में पार्टनरशिप मॉडल के जन्मदाता नाम से भी अपनी पहचान रखते हैं। वर्ष 2013 में पोल्ट्री दोस्तों के साथ मिलकर “इतरमा पोल्ट्री” नाम से कम्पनी गठित की एवं पहले डेसिग्नेटेड पार्टनर बने। इन्होंने पोल्ट्री फार्मिंग को प्रोफेशनल, ऑर्गेनाइज्ड, जुनून, निष्ठा एवं द्रढ निश्चय से आगे बढ़कर 10 लाख ब्रॉयलर फ्लॉक पालन क्षमता तक पहुँचने के सपने को साकार किया। वर्तमान समय मे श्री तिवारी 10 लाख चिक्स फ्लॉक पालन के साथ प्रदेश के सबसे बड़े एवं उत्तर भारत के दूसरे बड़े पोल्ट्री फार्मर है। पोल्ट्री फार्मिंग अनुभव के साथ पोल्ट्री फीड निर्माण एवं नॉनवेज उपभोक्ताओं को ईज़ी चिकन रिटेल श्रंखला द्वारा हाइजेनिक फ्रेश चिकन मीट उपलब्धता क्षेत्र में कार्यरत है। फार्मिंग में अपनी क्षमता व स्रोत का 90% इस्तेमाल करना व भविष्य में बेकवार्ड एवं फारवर्ड इंटिग्रेशन प्लान विचारणीय है।
श्री तिवारी 2011 में अमर उजाला द्वारा टॉप-10 स्वंय बने उधमी सूची में शामिल किए जा चुके हैं। इन्होंने हमेशा पोल्ट्री किसानों, व्यवसाय में कार्यरत लोगों को सही मार्गदर्शन एवं कानपुर एवं देश प्रदेश के पोल्ट्री किसानों को आयी समस्याओं के उचित समाधान, सही मार्गदर्शन के लिए निस्वार्थ रूप से हाजिर रहते हैं।
श्री तिवारी सरकारी,अर्धसरकारी संस्थानों, वेलफेयर संगठनों द्वारा आयोजित निम्न प्रशिक्षण, कार्यशालाओं एव पोल्ट्री वेलफेयर कार्यों में हिस्सा ले चुके हैं:
1. पशुपालन विभाग उत्तरप्रदेश द्वारा 11-10-2000 को आयोजित 10 दिवसीय पोल्ट्री फार्मिंग प्रशिक्षण।
2. पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (I.V.R.I.)बरेली द्वारा 06-03-2006 को आयोजित 6 दिवसीय पोल्ट्री व्यवसाय प्रशिक्षण ।
3. नेशनल मीट एवं प्रोसेसिंग बोर्ड द्वारा 04-11-2009 को विषय "पोटेंशियल एवं चेलेंजेज मीट एवं पोल्ट्री प्रोसेसिंग इंडस्ट्री इन इंडिया" पर आयोजित 2 दिवसीय प्रशिक्षण।
4. अमेरिकन सोयाबीन एसोसिएशन एवं यूनाइटेड सोयाबीन बोर्ड द्वारा 29-07-2011 को विषय "वाई प्यूरिटी प्रोटीन" पर आयोजित 2 दिवसीय प्रशिक्षण।
5. नेशनल मीट एवं प्रोसेसिंग बोर्ड द्वारा विषय " ब्रीडर मैनेजमेंट, एच-5एन-1 थ्रेट एंड अवेयरनेस" पर आयोजित 7 दिवसीय प्रशिक्षण।
6. बेल्जियम के वैज्ञानिकों एवं वर्षा ग्रुप ऑफ कम्पनीज द्वारा 16-10-2015 को विषय "सेफ मीट एंटीबायोटिक फ्री चिकन" पर आयोजित 2 दिवसीय प्रशिक्षण एवं कार्यशाला।
7. 2006 महाराष्ट्र में आये बर्डफ्लू से नष्ट हो चुके पोल्ट्री व्यवसाय को कानपुर शहर में विशाल चिकन फेस्टिवल आयोजित करने में साथियों के साथ सक्रिय भूमिका निभाकर आशंकित शहर वासियों का भृम दुर करने का प्रयास।
8. उत्तरप्रदेश पोल्ट्री परिवार में संरक्षक के रूप में मार्गदर्शन ।